रोग और देखरेखकर्ता अवकाश
यदि कर्मचारी बीमार या चोटग्रस्त हों और काम पर न आ सकते हों तो वे रोग अवकाश (sick leave) ले सकते हैं। वे किसी बीमार या चोटग्रस्त व्यक्ति की देखरेख करने के लिए भी अवकाश ले सकते हैं।
रोग और देखरेखकर्ता अवकाश को निजी अवकाश (personal leave) भी कहा जाता है।
कर्मचारी किसी ऐसे व्यक्ति की देखरेख या सहायता करने के लिए देखरेखकर्ता अवकाश (carer’s leave) ले सकते हैं जो उनके साथ रहता है या उनके सगे परिवार का कोई सदस्य है (जैसे कि पति या पत्नी, पार्टनर, माता या पिता, सौतेले माता या पिता, संतान, भाई या बहन, दादी-दादी या नाना-नानी)। यह ज़रूरी है कि वह व्यक्ति बीमार या चोटग्रस्त हो अथवा उसे किसी अप्रत्याशित आपातिक स्थिति में मदद की ज़रूरत हो।
अपनी नौकरी शुरू करने के साथ ही कर्मचारी रोग और देखरेखकर्ता अवकाश जमा करना शुरू कर देते हैं। यह किसी भी समय लिया जा सकता है, इसमें काम करने के पहले 12 महीनों का समय भी शामिल है।
नियोक्ता कर्मचारी से यह प्रमाण देने के लिए कह सकते हैं कि उन्होंने छुट्टी क्यों ली है। यह आम-तौर पर डॉक्टर का सर्टिफिकेट या वैधानिक घोषणा (statutory declaration) होती है।
रोग और देखभालकर्ता अवकाश से सम्बन्धित हमारा छोटा वीडियो देखें।
कर्मचारी को कितनी छुट्टी मिलती है?
फुल-टाइम और पार्ट-टाइम कर्मचारियों को प्रत्येक वर्ष 10 दिन का रोग और देखरेखकर्ता अवकाश मिलता है। अवकाश की मात्रा इस बात पर निर्भर करती है कि वे प्रत्येक सप्ताह आम-तौर पर कितने घंटे काम करते हैं। प्रत्येक वर्ष की समाप्ति पर शेष अवकाश अगले वर्ष में गिना जाता है।
कैजुअल (casual) कर्मचारियों को आवश्यकता पड़ने पर हर बार 2 दिन का अवैतनिक देखरेखकर्ता अवकाश मिलता है।
यदि फुल-टाइम और पार्ट-टाइम कर्मचारियों के पास वैतनिक रोग या देखरेखकर्ता अवकाश नहीं बचा है तो वे अवैतनिक देखरेखकर्ता अवकाश ले सकते हैं।
रोज़गार की समाप्ति
नियोक्ताओं के लिए आम-तौर पर यह ज़रूरी नहीं है कि कर्मचारी का रोज़गार समाप्त होने पर वे उसके किसी शेष रोग और देखरेखकर्ता अवकाश का भुगतान उसे करें।